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Principal Message |
प्रिय प्रशिक्षणार्थियों |
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परिर्वतन का माध्यम तकनीक है एवं विकास व प्रगति इसके लक्ष्य हैं। आवश्यकतायें समय व तकनीक के सापेक्ष होते हुए प्रतिस्पर्धी प्रविधियों से स्वनिर्देश लेती है । समकालिक प्रत्येक समाज के लिए श्रम की महिमा हमेशा से संदर्भित रही है , परन्तु ये भी उतना ही बडा सत्य है कि कौशल एवं विचार शाश्वत है एवं समाज एवं राष्ट्र इन्ही से अंकुरीत होकर समृद्ध होते है । इन्हीं तात्कालिक समकालिन तथ्यपरक आवश्यकताओं को पहचानकर समाज का मुख्य उत्पादक ' युवावर्ग ' को तकनीक – सम्पन्न बनाने के लिए वर्ष 2011 में सदगुरु कृपा से RAJ GAYATRI INDUSTRIAL TRAINING INSTITUTE नामक तकनीकी संस्थान की आधारशिला रखी गयी , जो आज पल्लवित – पुष्पित होकर निरंतर अपने ज्ञान – समृद्ध उद्येश्यो की ओर अग्रसर है ।
संस्थान की अंत:नीति उसकी गतिविधियाँ मे से प्रिशक्षण व शोधो मे परिलक्षित होती है । यत्र – तत्र बिखरे मेधा , विशेषकर बाधित , उपेक्षित एवं समाजिक शोषण से उत्पीडित वर्ग के बच्चों का चयन कर इन्हें कौशल प्रदान करने मे संस्थान कई वर्षो से निरंतर प्रयासरत है। ये मेरी ओर से प्रशिक्षणार्थीयो के उज्जवल भविष्य के लिए एक ईमानदार प्रयास है एवं प्रशिक्षणार्थीयो से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी ओर से विनम्र प्रयास कर संस्थान को सहयोग दें ।
Thanks & Regards!
Rajani Kant Ranjan (Principal).
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